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'केबीसी पर सबसे आसान सवाल भी मुश्किल लगते हैं'

By राजुल हेगड़े
October 22, 2019 11:28 IST
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'मुझे यक़ीन था कि मैं कम से कम 50 लाख से 1 करोड़ रुपये ज़रूर जीतूंगा।'

Gautam Kumar Jha with Amitabh Bachchan in KBC

गौतम कुमार झा कौन बनेगा करोड़पति  के 11वें सीज़न में रु 1 करोड़/रु 10 मिलियन जीतने वाले तीसरे कंटेस्टंट बने।

भारतीय रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर, गौतम ने इस बड़ी जीत का श्रेय अपनी पत्नी को दिया।

वह फिलहाल अदरा, पश्चिम बंगाल में कार्यरत हैं और उन्होंने धनबाद से इंजीनियरिंग में मास्टर्स की शिक्षा प्राप्त की है। रेलवे में शामिल होने से पहले वह एक बैंक में काम करते थे।

"मुझे नहीं पता था कि KBC पर मेरे सारे सपने पूरे हो जायेंगे," गौतम ने रिडिफ़.कॉम के राजुल हेगड़े को बताया।

आपने अपनी जीत का श्रेय अपनी पत्नी को दिया है।

मेरी पत्नी ने मुझसे कहा कि मुझे UPSC परीक्षाऍं देने के दौरान हासिल हुई जानकारी का इस्तेमाल करना चाहिये।

KBC के लिये रजिस्टर करने के बाद भी मुझे भरोसा नहीं था कि मेरी क़िस्मत मेरा साथ देगी, लेकिन उसने लगातार मेरा हौसला बढ़ाया।

KBC पर आना उसका सपना था और मेरे ज़रिये उसने अपना सपना पूरा किया।

मैं कहना चाहूंगा कि वही मेरी प्रेरणा का स्रोत रही है।

मेरी लगन के कारण मैं रु 1 करोड़ जीत पाया।

हमें KBC में आपको मिला अनुभव बतायें।

पूरी प्रक्रिया -- रेजिस्ट्रेशन लेकर हॉट सीट तक -- बेहद मुश्किल है, भले ही सुनने में यह आसान लगती हो।

हॉट सीट पर बैठ कर सवालों का जवाब देना आसान नहीं होता, क्योंकि आप पर परफॉर्मेंस प्रेशर होता है।

ख़ास तौर पर जब आपके सामने अमिताभ बच्चन जैसी हस्ती बैठी हो।

आसान सवाल भी मुश्किल लगने लगते हैं।

इसलिये, 16 में से 15 सवालों के जवाब दे पाने पर ख़ुशी होती है।

क्या आपको रु 1 करोड़ जीतने की उम्मीद थी?

फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट में अव्वल आने पर मैं बेहद उत्साहित था।

मैं पूरी तरह तैयार और आश्वस्त था कि मैं कम से कम रु 50 लाख से 1 करोड़ तो जीतूंगा ही, क्योंकि रु 7 करोड़ वाला सवाल बेहद मुश्किल होता है और आप उसके लिये तैयारी नहीं कर सकते।

मुझे लगता है कि स्कूल या कॉलेज के दौरान अगर आप अपने पाठ्यक्रम से बाहर की चीज़ें पढ़ें, तो आपको बहुत सी चीज़ें याद रहती हैं। वही चीज़ें ऐसी स्थितियों में आपके काम आती हैं।

श्री बच्चन के साथ बैठना और इस गेम को खेलना कैसा अनुभव रहा?

मैं बच्चन जी के बारे में क्या कहूं।

जो भी बोलेगा वो कम है।

वह टीवी पर देखी गयी छवि भी बेहतर लगे।

मैं उस पल को कभी नहीं भूल सकता जब उन्होंने मुझसे हाथ मिलाया और मुझे हॉट सीट पर बैठने के लिये कहा।

वह बेहद विनम्र हैं।

वह ब्रेक्स में हल्की-फुल्की बातें करके आपका हौसला बढ़ाते रहते हैं और उसी चीज़ ने जीतने में मेरी मदद की।

वह जानकारी और विनम्रता से भरे हैं और सफलता की जीती-जागती मिसाल हैं।

क्या आपको अंतिम सवाल छूट जाने का अफ़सोस है?

(7 करोड़ का प्रश्न था: 20वीं शताब्दी की शुरुआत में डर्बन, प्रीटोरिया और जोहानेसबर्ग में मोहनदास करमचांद गांधी की मदद से गठित किये गये तीन फुटबॉल क्लब्स के नाम क्या थे?)

नहीं। अपनी प्रतिभा के दम पर मैंने जो कुछ भी जीता है, मैं उससे ख़ुश हूं।

सफर पैसों से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है।

आपके परिवार और दोस्तों ने आपका किस प्रकार स्वागत किया?

हर कोई बहुत ख़ुश है!

मुझे पूरे भारत से कॉल्स आ रहे हैं।

कुछ लोग अपने बच्चों और अपने जीवनसाथी से मेरी बात करा रहे हैं।

मेरे गाँव में कुछ जगहों पर स्क्रीनिंग आयोजित की गयी थी।

प्रोमोज़ के बाद लोग मेरा चेहरा पहचान गये हैं, इसलिये वह तसवीरें मांगते रहते हैं।

आप जीत की राशि का इस्तेमाल कैसे करेंगे?

हम पटना में एक घर ख़रीदने की सोच रहे हैं।

मेरी पत्नी का सपना है हर साल उसके गाँव के चार से पाँच ग़रीब विद्यार्थियों की मदद करना। मैं इसमें उसकी मदद करना चाहूंगा। 

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राजुल हेगड़े