'हरियाणा की एक लड़की आज अपनी शर्तों पर अपनी ज़िंदग़ी जी रही है... मेरे लिये यही ज़िंदग़ी की सबसे बड़ी उपलब्धि है।'
फोटोग्राफ: Mallika Sherawat/Instagram के सौजन्य से
मल्लिका शेरावत को पर्दे पर देखे काफ़ी समय हो चुका है।
बू सबकी फटेगी नामक एक वेब सीरीज़ के साथ यह अभिनेत्री वापस लौट रही है, जिसमें उन्होंने एक भूत का किरदार निभाया है।
एकता कपूर द्वारा निर्मित ऑल्टबालाजी के इस शो में तुषार कपूर, संजय मिश्रा, कृष्णा अभिषेक जैसे कई अभिनेता हैं।
उन्होंने इस शो को क्यों स्वीकार किया?
"मैं नयी चीज़ों के साथ एक्सपेरिमेंट करना पसंद करती हूं, वर्ना आप ज़िंदग़ी में आगे कैसे बढ़ पायेंगे?" उन्होंने रिडिफ़.कॉम की संवाददाता दिव्या सोलगामा से पूछा।
आप इतने समय कहाँ थीं?
यहाँ होना और सभी लोगों का प्यार पाना बहुत अच्छा लगता है।
ऐक्टर्स के लिये अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर आना, ख़ुद को नया रूप देना, बेहतर बनना और कुछ अलग करना बेहद महत्वपूर्ण होता है।
मैंने काफी थिएटर और ऐक्टिंग कोर्सेज़ किये हैं। मैंने लॉस एंजलिस और लंदन में भी कोर्स किये थे।
मैं पूरी दुनिया घूमी, कई जानी-मानी हस्तियों से मिली और अलग-अलग संस्कृतियों का अनुभव लिया।
बतौर ऐक्टर मुझे इन चीज़ों से काफी मदद मिली है।
मैं यूरोप, स्पेन में काफ़ी यात्राएँ कर रही थी...
फोटो: बू सबकी फटेगी के सेट्स पर मल्लिका डायरेक्टर फ़रहाद सामजी के साथ। फोटोग्राफ: Mallika Sherawat/Instagram के सौजन्य से
क्या आप बॉलीवुड के अपने दोस्तों से संपर्क में हैं?
मैं बॉलीवुड में दोस्त बनाने नहीं आयी थी।
मैं यहाँ काम करने और पैसे कमाने आयी थी, जो मैंने किया।
लेकिन लोग मेरे साथ जुड़े रहे हैं।
फ़रहाद (सामजी) मेरे पास आये क्योंकि उन्होंने पहले भी मेरे साथ काम किया है और हम दोनों की बीच उस तरह का कम्फर्ट लेवल है।
आप पहली बार एक वेब सीरीज़ कर रही हैं, बू सबकी फटेगी । आपने इसके लिये साइन क्यों किया?
यह बहुत ही बढ़िया और मज़ेदार स्क्रिप्ट है!
फ़रहाद सामजी और मैं एक-दूसरे को जानते हैं (लंबे समय से) और हम साथ काम करना चाहते थे।
फिर वो मेरे पास स्क्रिप्ट लेकर आये, जिसमें मेरा रोल हसीना नाम की भूतनी का था, जिसका एक दीवाना नाम का भूत (संजय मिश्रा का किरदार) है, मुझे ये काफ़ी पसंद आया।
संजय मिश्रा इंडस्ट्री के सबसे अच्छे कलाकारों में से एक हैं।
तो सब कुछ सही रहा।
मैं नयी चीज़ों के साथ एक्सपेरिमेंट करना पसंद करती हूं, वर्ना आप ज़िंदग़ी में आगे कैसे बढ़ पायेंगे?
भगवान की मुझपर हमेशा कृपा रही है और हमेशा उन्होंने मुझे शानदार मौके दिये हैं।
अपनी शर्तों पर ज़िंदग़ी जीना सबसे ज़्यादा मायने रखता है।
हरियाणा की एक लड़की आज अपनी शर्तों पर अपनी ज़िंदग़ी जी रही है... मेरे लिये यही ज़िंदग़ी की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
फोटो: बू सबकी फटेगी के सेट्स पर आराम फरमाती मल्लिका। फोटोग्राफ: Mallika Sherawat/Instagram के सौजन्य से
क्या इससे पहले आपके पास और भी स्क्रिप्ट्स आयी थीं?
मैंने हाल ही में रजत कपूर की फिल्म आरके/आर के लिये शूटिंग की थी, जिसमें मैंने 1950 की अभिनेत्री का किरदार निभाया है।
यह फिल्म सेट्स पर होने वाली हर ग़लती को दिखाती है, और कैसे डायरेक्टर को उन सभी का सामना करना पड़ता है, और कैसे वह अपनी राह से भटक जाता है।
उसे अपनी ग़ुस्सैल डीवा ऐक्ट्रेस को भी झेलना पड़ता है, जो सेट पर हमेशा लेट आती है।
आपकी पिछली कॉमेडी डबल धमाल थी, और बू सबकी फटेगी भी कॉमेडी है। क्या कॉमेडी आपके लिये आसान है?
मुझे कॉमेडी करना बहुत पसंद है।
लेकिन लोगों को हँसाना सबसे ज़्यादा चुनौती भरे और मुश्किल कामों में से एक है।
मुझे कॉमेडी पसंद है, क्योंकि हम तनाव से भरी ज़िंदग़ियाँ जी रहे हैं।
सबकी ज़िंदग़ी तनाव और चिंता से भरी है।
हम सभी को ज़रूरत है अपने दिमाग को स्विच ऑफ़ करने की, मूवी का मज़ा लेने की और हल्के-फुल्के पल बिताने की।
फोटोग्राफ: Mallika Sherawat/Instagram के सौजन्य से
आप अपनी पहली फिल्म, 2002 की जीना सिर्फ मेरे लिये के बाद आज फिर से तुषार कपूर के साथ काम कर रही हैं।
जीना सिर्फ मेरे लिये के समय मैं इंडस्ट्री में बिल्कुल नयी-नयी थी।
जब मुझे पता चला कि इसमें मैं तुषार कपूर के साथ सीन्स करूंगी, तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा!
वो सेट्स पर मुझसे बहुत प्यार से पेश आते हैं; वो बहुत ही अच्छे इंसान हैं।
हमारी अब ख़ूब जमती है, क्योंकि फिटनेस में उनकी काफ़ी दिलचस्पी है, जिससे मुझे प्रेरणा मिलती है।
हम न्यूट्रिशन के बारे में घंटों बात कर सकते हैं।
एक लड़की के लिये आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े होना कितना महत्वपूर्ण होता है?
भारत की महिलाएँ अगर अपने पैरों पर खड़ी हों, तो उनका व्यक्तित्व और भी निखरेगा।
उनकी तक़दीर और ज़िंदग़ी उनकी मुठ्ठी में होगी।
मैं आर्थिक रूप से आज काफ़ी धनी हूं।
मैंने बॉलीवुड से पैसे कमाये हैं, इनवेस्टमेंट्स किये हैं और नियमित रूप से टैक्स भरे हैं।
अपने आर्थिक लक्ष्यों को मैं बेहद समझदारी से पूरा करती हूं।
फोटो: मल्लिका अपने प्यारे भतीजे और उसके माता-पिता के साथ। फोटोग्राफ: Mallika Sherawat/Instagram के सौजन्य से
आप अपना खाली समय कैसे बिताती हैं?
मुझे योगा करना पसंद है।
मुझे अपने छोटे भतीजे के साथ वक़्त बिताना भी पसंद है।
आप उसे भविष्य में अपनी कौन सी फिल्में दिखाना चाहेंगीं?
मैं उसे द मिथ दिखाना चाहूंगी, जिसमें जैकी चैन थे।
साथ ही चाइनीज़ फिल्म टाइम रेडर्स भी उसे मैं ज़रूर दिखाऊंगी।
आपने भारतीय के साथ-साथ इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स भी किये हैं। दोनों अनुभव कितने अलग रहे हैं?
ज़्यादा फ़र्क नहीं है; हर कोई प्रोफेशनल है।
मुझे लगता है फर्क सिर्फ बजट का होता है। वेस्ट में, बजट ज़्यादा बड़े होते हैं।
दूसरा अंतर है उनके प्रॉडक्ट की क्वॉलिटी।
लेकिन युवा और उभरते लेखक अब धीरे-धीरे भारत आ रहे हैं। हमें अब बधाई हो और तुम्बड जैसी फिल्में देखने मिल रही हैं। यह एक बहुत ही अच्छा संकेत है।
मुझे बधाई हो में नीना गुप्ता जी बहुत पसंद आयीं।
मैंने स्त्री भी देखी है।
अब आगे क्या?
मैं बहुत सारी स्क्रिप्ट्स पढ़ रही हूं। उम्मीद है कि मैं जल्द ही एक ऑफ़िशियल अनाउंसमेंट करूंगी।