बिना किसी फैड डाइट के, समीरा ने योगा, पिलेट्स और स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग की मदद से अपने शरीर को फिर से सही आकार में तराशा। आइये पढ़ें उनकी कहानी।
सोशल मीडिया पर आज हमारी न्यूज़ फीड ख़ूबसूरत कपड़ों और मेकअप में सजे सेलेब्रिटीज़ से भरी रहती है।
इसलिये आप अपने पसंदीदा सितारों और मॉडल्स से कैमरा से दूर भी वही पर्फेक्ट ज़िंदग़ी जीने की उम्मीद रखते हैं।
लेकिन हम भूल जाते हैं कि कोई भी पर्फेक्ट नहीं होता।
सेलिब्रिटी हो या आम आदमी, हर कोई अपनी ज़िंदग़ी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव से गुज़रता है, जिनमें से कई दौर उनकी सेहत पर भी असर डालते हैं।
अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने की तैयारी करती अभिनेत्री समीरा रेड्डी ने एक कम उम्र की माँ के रूप में उनके सामने आयी चुनौतियों को हाल ही में इंस्टाग्राम के ज़रिये हमारे साथ साझा किया।
मोटापे के कारण छींटा-कशी झेलने के साथ-साथ गर्भावस्था के बाद डिप्रेशन से गुज़रने के दौरान उन्होंने ज़िंदग़ी से जो सीख ली है, वो आपको भी ज़रूर प्रेरित करेगी।
मई 2015 में जब हंस का जन्म हुआ था, उस समय मेरा वज़न 102 किलो पर पहुंच गया था, और मैं ये बात बताने में झिझक नहीं महसूस करती।
इसका मेरे दिलो-दिमाग़ पर गहरा असर पड़ा।
मेरा आत्मविश्वास हिल गया। और मैं एक साल तक अपना वज़न कम नहीं कर पाई, क्योंकि मुझे बाहर निकलने में भी डर लगता था।
मैं लोगों की नज़रों से दूर रही, क्योंकि इतने सालों तक स्क्रीन पर ग्लैम और फिट दिखने के बाद मैं अपना वो रूप दुनिया के सामने नहीं लाना चाहती थी।
इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि बिल्कुल नीचे गिर जाने के बाद आप जानते हैं कि अब आपके पास ऊपर चढ़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
ये एक लड़ाई है। एक बहुत ही मुश्किल लड़ाई। मुझे अपना वज़न कम करने और दुनिया का सामना करने के लिये बाहर निकलने में दो साल और लगे, लेकिन अब मुझे लगता है कि काश उन दिनों में मैंने ये हिम्मत की होती।
मैंने ये बिना फैड डाइट्स के, बिल्कुल नैचुरल तरीके से किया, मैंने कोई आसान रास्ता नहीं चुना।
मैंने पूरी लगन के साथ सिर्फ वर्कआउट, योगा, पिलेट्स और स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग पर ध्यान दिया।
मुझे लगता है कि यह पोस्ट करना अब मेरे लिये ज़रूरी है, क्योंकि मैं चाहती हूं कि सभी औरतें जान सकें कि ये दौर कितना मुश्किल होता है।
मूड स्विंग्स, हॉर्मोनल बदलाव और अपने शरीर की बनावट को खो देना सचमुच आपके दिमाग़ पर असर डाल सकता है।
ये दुनिया दिखावटी है, और आप अगर दुनिया के रंग में ढली न हों, तो दुनिया आपको ज़रूर ठेस पहुंचा सकती है। लेकिन सबसे ज़रूरी है अपने दिल से डर को निकालना।
आप ही ख़ुद को इस स्थिति से बाहर निकाल सकती हैं।
ये आपका बदलाव है। हौसला रखिये। जज़्बा हो, तो आप पहाड़ को भी हिला सकती हैं।
अपनी गर्भावस्था के उभार की हाल की तसवीर शेयर करते हुए, उन्होंने अपने बच्चे के लिये एक मेसेज लिखा -- उदार दिल, प्रचंड दिमाग़, साहसी सोच।
रेड्डी का मानना है कि उनका शारीरिक संतुलन लौटाने में योग की अहम भूमिका रही है। 'आसन और ध्यान सिर्फ आपको सिर्फ एक स्वस्थ शरीर ही नहीं, बल्कि साथ ही मन की शांति भी देते हैं,' उन्होंने लिखा।
एक अभिनेत्री होने के नाते, उन्होंने सोशल मीडिया पर अच्छा दिखने के दबाव को भी स्वीकार किया।
इन तसवीरों को पोस्ट करते हुए, उन्होंने कहा: 'इंस्टाग्राम बनाम वास्तविकता: ये सोच के दबाव में न आयें कि हर कोई पर्फेक्ट है, क्योंकि पर्फेक्ट कोई भी नहीं होता।'
समीरा अक्सर एक महत्वपूर्ण संदेश दुनिया तक पहुंचाने के लिये बिना एडिट की हुई तसवीरें साझा करती हैं:
'यह तसवीर बच्चे के जन्म से पहले के एक @vogueindia शूट में लिया गया एक #nofilter no #touchup शॉट है,' समीरा इंस्टाग्राम पर लिखती हैं।
'इससे मुझे याद आता है कि मैं अपने शरीर को लेकर कितना नकारात्मक सोचती थी और कभी उससे ख़ुश नहीं थी। अब माँ बनने और वज़न कम करने के लिये कड़ी मेहनत करने के बाद, मैं कह सकती हूं कि खुद से नफ़रत करके और शारीरिक निंदा करके अपनी ही एनर्जी बर्बाद करते हैं।'
'अगर मैं उस दौर में वापस लौट पाती, तो मैं ख़ुद को बेफिक्र रहने और ज़िंदग़ी को ज़्यादा गंभीरता से न लेने के लिये कहती। हमें हर हालत में ख़ुद से प्यार करते रहना चाहिये,' उन्होंने कहा।
हमें ख़ुश और सेहतमंद रहने की राह दिखाने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद समीरा!